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5 मिनट पहले
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आज पढ़िए राजा भर्तृहरि की नीतियां। भर्तृहरि ने नीति शतकम्, वैराग्य शतकम्, श्रृंगारशतक नाम के ग्रंथों की रचना की थी। वे उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य के भाई थे। भर्तृहरि अपना राजपाठ विक्रमादित्य को सौंप कर संन्यासी बन गए थे। जानिए नीति शतक की कुछ खास नीतियां…
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