[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। शेखावत ने पहला नामांकन 12 बजे से पहले मंत्री जोगाराम पटेल, विधायक अतुल भंसाली के साथ निर्वाचन अधिकारी गौरव अग्रवाल को दिया. इसके बाद सीएम भजनलाल शर्मा के साथ एक बार फिर से नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी को सौंपा। नामांकन के बाद सीएम भजनलाल ने मीडिया से बात करते हुए प्रदेश की जनता को राजस्थान दिवस की बधाई दी। सीएम शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पास अब कुछ बचा नहीं है। हम जो कहते हैं, वो करते हैं. इस बार भी हम राजस्थान की सभी 25 सीटें जीतने जा रहे हैं, लेकिन इस बार सभी सीटों पर जीत का अंतर ज्यादा होगा। शर्मा ने कहा कि इस बार शेखावत भी पांच लाख के अंतर से चुनाव जीतेंगे। कांग्रेस और भाजपा के महिला उम्मीदवारों के सवाल पर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की बात कांग्रेस करेगी, लेकिन हमने तो महिलाओं को राजनीतिक आरक्षण दिया है। देश में हमारी 400 पार सीटें आएंगी।
आचार संहिता का असर
सीएम और शेखावत जब नामांकन देने निर्वाचन अधिकारी के चैंबर में पहुंचे तो उनके साथ राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, मंत्री जोगाराम पटेल, विधायक बाबूसिंह राठौड़, जसवंतसिंह विश्नोई, नारायण सिंह माणकलाव सहित अन्य नेता मौजूद थे। उन्हें देख निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि पांच लोग ही चैंबर में रह सकते हैं। इसके बाद शेखावत ने सीएम, जसवंतसिंह विश्नोई और नारायण सिंह माणकलाव सहित पांच लोगों के रहते नामांकन दाखिल किया। दरअसल, शेखावत ने पहले मुहूर्त के समय में नामांकन पत्र दाखिल किया था। नामांकन का समय तीन बजे तक था. निर्वाचन अधिकारी ने शेखावत के अधिवक्ता को कहा कि 3 बजे बाद नामांकन की इजाजत नहीं दी जाएगी। ऐसे में शेखावत सीएम भजनलाल के साथ नामांकन सभा के संबोधन के बाद निर्वाचन कार्यालय गए। यहां उन्होंने सीएम के साथ नामांकन का एक और सेट निर्वाचन अधिकारी को सौंपा।
[ad_2]
Source link